यूक्रेन में एक हास्य अभिनेता वोलोदिमीर जेलेंस्की भारी भरकम वोटों के साथ राष्ट्रपति का चुनाव जीत लिया है। खास बात यह है कि इस हास्य अभिनेता के पास कोई राजनीतिक अनुभव भी नहीं है। जीत के बाद उन्हें अंतरराष्ट्रीय समुदाय से बधाई मिल रही है। सोमवार को जारी तकरीबन पूर्ण आधिकारिक परिणाम के अनुसार हास्य अभिनेता जेलेंस्की (41) ने 73.2 फीसद वोट हासिल कर वर्तमान राष्ट्रपति पेट्रो पोरोशेंको को हराया है।
नाटकीय ढंग से बने राष्ट्रपति
उन्होंने राष्ट्रपति बनने के लिए पारंपरिक रास्ता नहीं अपनाया.
यूक्रेन के मध्य शहर किरीवयी रीह में यहूदी परिवार में पैदा हुए वोलोदोमीर ज़ेलेंस्की ने कीव नेशनल इकोनॉमिक यूनिवर्सिटी से क़ानून की डिग्री हासिल की. लेकिन, वास्तव में वो सफल कॉमेडी के क्षेत्र में सफल हुए.
युवावस्था के दौरान वो रूसी टीवी पर कॉमेडी शो में नियमित तौर पर शामिल हुए. साल 2003 में उन्होंने एक टीवी प्रोडक्शन कंपनी बनाई जो उनकी कॉमेडी टीम केवार्ताल-95 के नाम पर थी. ये कामयाब रही.
उनकी कंपनी ने यूक्रेन के 1+1 नेटवर्क के लिए शो प्रोड्यूस किए. इस कंपनी के विवादित अरबपति मालिक इहोर कोलोमोइस्की ने बाद में राष्ट्रपति पद के लिए ज़ेलेंस्की की उम्मीदवारी का समर्थन किया.
हालांकि, साल 2010 के दशक में टीवी और फ़िल्मों में उनका करियर बढ़िया चल रहा था. साल 2009 में उन्होंने 'लव इन द बिग सिटी' और 2012 में 'ज़ेवेस्की बनाम नेपोलियन' फ़िल्में बनाईं.
सर्वेंट ऑफ़ द पीपुल
2014 यूक्रेन के लिए उथल-पुथल का साल था. कई महीनों चले प्रदर्शनों के बाद यूक्रेन के रूस समर्थक राष्ट्रपति विक्टर यानुकोविच को सत्ता से हटा दिया गया. इसके बाद रूस ने क्राइमिया पर क़ब्ज़ा कर लिया और देश के पूर्वी हिस्से में अलगाववादी लड़ाकों का समर्थन किया. यहां अब भी लड़ाई चल रही है.
इन घटनाओं के एक साल बाद 'सर्वेंट ऑफ़ द पीपुल' धारावाहिक 1+1 नेटवर्क पर प्रदर्शित हुआ. इसमें वासीली गोलोबोरोडको का एक किरदार दिखाया गया जिसने एक इतिहास टीचर से देश के राष्ट्रपति बनने तक का सफ़र तय किया. किरदार निभा रहे ज़ेलेंस्की ने असल ज़िंदगी में ये कारनामा कर दिखाया.
ज़ेलेंस्की ने अपने प्रतिद्वंदी राष्ट्रपति पेत्रो पोरोशेंको को चुनाव में हरा दिया. पोरोशेंको उन्हें अनुभवहीन प्रतिद्वंदी मान रहे थे, बाद में ये अनुभवहीनता ही ज़ेलेंस्की की ताक़त साबित हुई.
ज़ेलेंस्की ने चुनावों में 73.2 प्रतिशत मत हासिल किए और 20 मई 2019 को उन्होंने यूक्रेन के छठे राष्ट्रपति के रूप में शपथ ली.
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