वर्दी के गलत उपयोग में कई पुलिस कर्मी लगे
Umaria: एक पत्रकार और judicial activist जिसने शहर के सिविल अधिकारियों और पुलिस के corruption को उजागर किया । कार्यवाही के लिए कोर्ट में crpc 156 और contempt के केस अदालत मे दायर किए। इन cases से वरिष्ठ पुलिस अधिकारी परेशान हो गए क्योंकि उनके अपराध पर शीघ्र मामला दायर हो सकता है। पुलिस अधिकारी भी contempt के जाल में उलझ गए। इसी कारण एक घरेलू शिकायत पर umaria kotwali एक्टिव हो गई , मानो डूबते को तिनके का सहारा मिल गया हो। थाना प्रभारी और उनके अधीन लोग घर के बाहर गुंडागर्दी करते पाए गए। जबरदस्ती घर में घुसने , वीडियो बनाने और फोन पर सब इंस्पेक्टर ठाकुर ने उठाने की धमकी दी। सब इंस्पेक्टर balendra sharma घर पर गुंडागर्दी करने आ धमके। फैमिली केस में पुलिस का कोई रोल नहीं फिर भी फर्जी मामला बनाने की जुगाड मे। उनको आईपीसी 218,211,209 से भी भय नहीं लगता।
अब तीन दिनों से कई पुलिस वाले घर की जासूसी करने लगे है। सूत्रों के अनुसार उनको याचिकाकर्ता को उठा कर लाने का काम मिला है। Kidnapping के बाद उसकी हत्या भी कर सकते है। अपने अपराध को छुपाने के लिए और माफिया को बचाने के लिए गैर कानूनी काम मे लग गए है। इस कारण अपराधी बेखौफ घूम रहे है और कानून मानने वालो की जान पर बन आती है। वैसे भी उमरिया एसपी VIKAS SHAHWAL supreme court को चुनौती दे रहे है और कई अवमानना केस में फसे है। उनको बचाने पुलिस महकमा kidnapping और हत्या की जुगाड मे लगा है। यह माफिया पुलिस गठजोड़ का अंजाम है जिसमे कई करोड़ की रेवाड़ी बाटी जाती है। बड़े अधिकारियों को शिकायत कर दी गई है। छोटे पुलिस अधिकारी यह जानते भी नहीं यही whistleblower ने हाई कोर्ट chief justice पर supreme court में कई केस डाल रखे है।
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