Umaria COURT: आरोपी 8 पेशी से नहीं आया फिर भी वारंट नहीं जारी कर रही कोर्ट, क्या VIP के लिए अलग नियम?
NOT TAKING SUPREME COURT CONTEMPT SERIOUSLY AT UMARIA
उमरिया: कोर्ट की अवमानना का आरोप के केस में उमरिया एसपी Vikas Kumar Shahwal करीब 8 तिथि से गैरहाजिर है पर CJM Shri Anil Choudhary अभी तक वारंट नहीं जारी कर पाए है। वारंट जारी करने की अर्जी कोर्ट में दाखिल की गई है पर उसपर कार्यवाही के मूड में कोर्ट नहीं आ पाई है। कोर्ट का यह लचीला रुख देख कर दूसरी आरोपी TI Varsha Patel ने भी हाजरी लगाना बंद कर दिया है। इन सबको VIP treatment मिल रहा है। करोना काल मे पुणे की फैमिली कोर्ट ने दो महीनों में ही contempt की कार्यवाही पूरी कर सजा के लिए रिपोर्ट हाईकोर्ट भेज दिया। अब अन्य आरोपी भी इस तरह की छूट कोर्ट से मांगेगे। यह न्याय के सिद्धांत का उल्हनघन है।
अन्य मामलों मे अगर कोई एक दिन कोर्ट नहीं आता तो तुरंत warrant जारी हो जाता है पर FIR नहीं लिखने के CONTEMPT CASE मे अभी तक कोर्ट ने कोई वारंट नहीं जारी किया और ना ही ऐसी कोई संभावना नजर आती है। ना उमरिया पुलिस मामला दर्ज करती है और न ही उमरिया कोर्ट कोई कार्यवाही करती है। सिर्फ न्याय होगा इसका भरोसा दिया जाता है पर न्याय करते दिखाई नहीं पड़ता। Umaria जिले में सुप्रीम कोर्ट और न्याय के सिद्धांत का मजाक बनाया जा रहा है। निचली कोर्ट संविधान की रक्षा नही कर पा रही। कई वकील इसे आर्टिकल 14 का violation मान रहे है। सुप्रीम कोर्ट के आदेश अनुसार जज को impartial होना चाहिए।अन्य ४ contempt case मे कोर्ट २ महीनों से summon जारी करने का साहस या मूड नही बना पा रही है। इन सब में आईएएस और आईपीएस अधिकारी आरोपी है।
लोगो का यह कहना है कि कुछ जुडिशल ऑफिसर कोर्ट में बैठते नहीं और जनता घंटो इंतज़ार करती रहती है। नियम अनुसार उनको कोर्ट में ११ से ५ बजे तक बैठना चाहिए और वही फाइल निपटानी चाहिए। बहुत से judicial officer अभी भी कोर्ट से हिलते नही और कुछ सिर्फ चैंबर में ही रहते है।
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