पाम तेल का इस्तेमाल हर जगह
पाम ऑयल दुनिया भर में इस्तेमाल होने वाले वनस्पति तेलों में से एक है जिसका इस्तेमाल बड़ी अंतरराष्ट्रीय कंपनियां खाने-पीने की चीज़ों से लेकर लिपस्टिक और डिटरजेंट बनाने में करती हैं.
पर्यावरण समूहों का कहना है कि पाम की खेती के लिए जंगलों की बड़े पैमाने पर कटाई हो रही है और अस्तित्व के संकट से जूझ रहे जानवरों के मारे जाने का ख़तरा पैदा हो गया है.
दुनिया के सबसे बड़े पाम ऑयल उत्पादक और निर्यातक देश इंडोनेशिया की तरह मलेशिया भी विश्व व्यापार संगठन में पाम ऑयल से तैयार होने वाले बॉयो फ़्यूल पर पाबंदी लगाने के मुद्दे पर यूरोपीय संघ के ख़िलाफ़ केस फ़ाइल करने की तैयारी कर रहा है.
पाम ऑयल मलेशिया का चौथा प्रमुख एक्सपोर्ट प्रोडक्ट है. मलेशिया में पाम उद्योग 60 अरब डॉलर के बराबर है.
पाम तेल रोज़ाना की ज़रूरतों में शामिल हो चुका है. हो सकता है आज आपने शैंपू में इसका इस्तेमाल किया हो या फिर नहाने के साबुन में. टूथपेस्ट में या फिर विटामिन की गोलियों और मेकअप के सामान में. किसी न किसी तरह आपने पाम तेल का इस्तेमाल ज़रूर किया होगा.
जिन वाहनों में आप सफ़र करते हैं, वो बस, ट्रेन या कार जिस तेल से चलती हैं, उनमें पाम तेल भी होता है. डीज़ल और पेट्रोल में बायोफ्यूल के अंश शामिल होते हैं जो मुख्य तौर पर पाम तेल से ही मिलते हैं. यही नहीं, इलेक्ट्रॉनिक उपकरण जिस बिजली से चलते हैं, उसे बनाने के लिए भी ताड़ की गुठली से बने तेल को जलाया जाता है.
ये दुनिया का सबसे लोकप्रिय वेजिटेबल तेल है और रोज़मर्रा में इस्तेमाल होने वाले कम से कम 50 फ़ीसद उत्पादों में मौजूद होता है. साथ ही औद्योगिक प्रयोगों में भी इसका इस्तेमाल अहम है.
पाम ऑयल की ख़ूबियां
रोज़मर्रा की ज़िंदगी में पाम तेल के इतने इस्तेमाल के पीछे इसकी ख़ास केमिस्ट्री है.
पश्चिमी अफ़्रीका में बीजों से निकलने वाला पाम तेल पीला और गंधहीन होता है, जो खाने में इस्तेमाल के लिए दुरुस्त है.
पाम तेल का मेल्टिंग पॉइंट अधिक है और इसमें सैचुरेटेड फ़ैट भी ज़्यादा होता है. इसी वजह से यह खाते समय मुंह में घुलता है और मिठाई वग़ैरह बनाने के लिए मुफ़ीद है.
कई अन्य वनस्पति तेलों को कुछ हद तक हाइड्रोजनेटेड करने की ज़रूरत पड़ती है. हाइड्रोजनेशन वो प्रक्रिया है, जिसमें तरल फ़ैट में हाइड्रोजन मिलाकर उसे ठोस फ़ैट बनाया जाता है.
इस प्रक्रिया में फ़ैट में हाइड्रोजन अणुओं को रसायनिक तरीक़े से मिलाया जाता है, जिससे स्वास्थ्य को नुक़सान पहुंचाने वाला ट्रांस-फ़ैट तैयार होता है.
अपनी ख़ास केमिस्ट्री की वजह से पाम तेल अधिक तापमान पर भी बच जाता है और ख़राब नहीं होता है. पाम तेल से बनाए गए उत्पाद भी ज़्यादा दिनों तक चलते हैं.
पाम तेल और इसकी प्रॉसेसिंग के बाद बचे गूदे, दोनों को ईंधन के तौर पर इस्तेमाल किया जा सकता है.
पाम के छिलकों को पीसकर कंक्रीट बनाया जा सकता है. पाम फाइबर और गूदा जलने के बाद बची राख को सीमेंट के तौर पर उपयोग किया जा सकता है.
ख़राब मिट्टी और ऊष्ण कटिबंधीय क्षेत्रों में भी पाम के पेड़ आसानी से उगाए जा सकते हैं और ये किसानों के लिए फ़ायदे का सौदा है.
इसी से पता चलता है कि पिछले कुछ बरसों में पाम के पेड़ उगाए जाने वाला इलाक़ा इतना कैसे बढ़ गया है.
HARM/SIDE EFFECT OF PALM OIL
Palm oil, made from the fruit of the oil palm tree (Elaeis guineensis), is one of the most widely produced edible fats in the world. The oil palm yields two types of oil: One is extracted from the flesh of the fruit (palm oil), and the other from the seed, or kernel (palm kernel oil). Palm oil is consumed in many countries in vegetable oil, shortening, and margarine. In the United States, palm oil accounts for a very small percentage of overall fat consumption.
Palm oil, palm kernel oil, and coconut oil — the so-called tropical oils — got a bad reputation because they're high in saturated fat, which has long been linked to heart disease. Saturated fat boosts "bad" LDL cholesterol and triglycerides, both of which are risk factors for heart disease. Palm oil, which is 50% saturated, has a more favorable fatty acid composition than palm kernel oil and coconut oil, which are more than 85% saturated. In general, the higher the saturated fat content, the more solid a fat is at room temperature. Palm oil is semisolid at room temperature but can be processed into a liquid cooking oil.
In recent years, we've learned a lot more about the health effects of various fats. The honor of unhealthiest fat previously went to trans fat, which is now banned. Trans fat not only increases LDL and triglyceride levels, but also reduces "good" HDL cholesterol. Most trans fat is artificially created through hydrogenation. Partially hydrogenated oil, used in many processed baked goods and snacks and for frying foods, is a major source of trans fat.
Food manufacturers and restaurants have needed to find alternatives. One of them is palm oil. It's less saturated than butter and contains no trans fat. But just because it's not as bad as trans fat doesn't make it a health food. According to Harvard nutrition experts, palm oil is clearly better than high–trans fat shortenings and probably a better choice than butter. But vegetable oils that are naturally liquid at room temperature, such as olive oil and canola oil, should still be your first choice.
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