🕉ओम जप करने के फायदे 🕉
1- ॐ का जप करने से खून का प्रवाह सुचारू रहता है और हृदय दुरुस्त रहता है।
2- ॐ का जप करने से ब्लडप्रेशर नियंत्रित रहता है।
3- ॐ का जप करने पाचन तंत्र की शक्ति मजबूत होती है।
4-ॐ का जप करने थकान, घबराहट या अधीरता की स्थिति में ॐ के जाप से उत्तम कुछ नहीं।
5- ॐ का जप करने से दिल की धड़कन व्यवस्थित होती है और शरीर में काम करने की क्षमता बढ़ जाती है।
6-ॐ का जप करने रात को सोते समय कुछ देर इसका अभ्यास करे, अनिद्रा की समस्या सदा के लिए दूर हो जायेगी।
7- ॐ का जप करने एक रिसर्च के मुताबिक इस मंत्र के जाप से बांझपन की समस्या दूर होती है और एड्स जैसी गंभीर बीमारी का असर भी कम होने लगता है।
8- ॐ के अभ्यास से स्मरण शक्ति तेज होती है. बच्चों को शुरू से ही इस मंत्र का अभ्यास करवाना चाहिए।
9- इसके उच्चारण से दिमाग को शांति मिलती है जिससे ब्रेन से संबंधित बीमारियों का खतरा कम हो जाता है।
10-ॐ का जप करने नकारात्मक सोच जैसे – काम, क्रोध, घृणा, मोह, लोभ, भय, विषाद का विनाश होता है जिससे शरीर कई बीमारियों की चपेट में आने से बच जाता है. जैसे – हाइपर टेंशन, थाईराइड, हाई बीपी, मोटापा, हृदय घात, डिप्रेशन, शारीरिक दर्द, आलस्य, कामुकता, अनिद्रा, झूठी धारणा आदि।
11- ओम की ध्वनि पेट, सीने और नासिका में कंपन पैदा करती है जिससे मन शांत होता है और एकाग्रता में सुधार होता है. इतना ही नहीं इस कंपन से पेट, छाती और नाक की समस्या भी दूर होती है।
12- कुछ विशेष प्राणायाम के साथ इसे करने से फेफड़ों को मजबूती प्रदान होती है।
13-ॐ का जप करने शरीर में फिर से युवावस्था वाली स्फूर्ति का संचार होता है।
14- ॐ का जप उच्चारण मात्र से शरीर तनाव रहित हो जाता है. क्योंकि इस मंत्र के उच्चारण से शरीर के विषैले तत्व दूर होते है।
15- ॐ जप के शारीरिक फायदॐ के पहले शब्द का उच्चारण करने से कंपन पैदा होती है।इस कंपन से रीढ़ की हड्डी प्रभावित होती है,और इसकी क्षमता बढ़ जाती है। इस मंत्र के दूसरे शब्द के उच्चारण से गले में कंपन होता है। जो थायरायड ग्रंथि पर सकारात्मक प्रभाव डालता है। तीसरे शब्द के उच्चारण से श्वास संबंधी समस्या ठीक होती है।🕉
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