LOCAL ADMINISTRATION IGNORING ILLEGAL MINING ,POLICE PROTECTION TO MAFIA .
MINING OFFICER DO NOT CONDUCT SEARCH TO TRACK ROYALTY RECEIPT AT CONSTRUCTION SITES.
SUPREME COURT CRIMINAL CASE REGISTRATION ORDER VIOLATED.
एनजीटी नियमों को ताक पर रख कर संचालित हो स्टोर क्रेषर
खनिज विभाग नींद में । हो रहा रेत का अवैध कारोबार
CRIMINAL CASE FILED FOR ILLEGAL MINING PRODUCT USE BY GOVT CONTRACTORS.
MINING OFFICER INVOLVE IN CORRUPTION, HUGE BRIBE NEEDED TO GET MINING OFFICER POST.
Umaria- पर्यावरण सुरक्षा को ताक पर रख कर जिले में खनिज विभाग हाथ पर हाथ रख कर काम कर रहा है। जिले भर में केवल दो खदान ही ऐसी हैं, जिनसे रेत निकासी हो सकती है, लेकिन पूरे जिले में कहीं रेत का अवैध उत्खनन लगातार हो रहा है, केवल दिखावे के लिए नाम मात्र की कुछ कार्रवाई की जाती है। जिला मुख्यालय के 10 किलोमीटर की परिधि में केवल तीन स्टोन क्रेशर को संचालित करने की अनुमति खनिज विभाग से दी गयी है, लेकिन स्पष्ट रूप से एक दर्जन से अधिक अवैध स्टोन क्रेशर यहां संचालित हो रहे हैं। खनिज विभाग इन्हें रोकने की कुछ कार्रवाई भी की है, किसी किसी पर जुर्माना भी लगाया है, लेकिन वे सब बिना जुर्माना दिये ही लगातार चल रहे हैं। इससे खनिज विभाग की संलिप्तता स्पष्ट रूप से दिखाई देती है। जिले में अवैध रूप से अवैध रेत खनन और स्टोन क्रेशर से हो गिट्टी के अवैध कारोबार पर रोक लगाने के लिए सत्र न्यायलय में एक याचिका भी दायर की गयी है। खनिज विभाग के अधिकारी अपने पास केवल एक ही बहाना तैयार रखते हैं, अमले की कमी से जिले में सभी स्थानों में निरीक्षण की व्यवस्था नहीं हो सकती।
मानसून में भी होता रहा अवैध रेत उत्खनन:- उत्खनन के कारोबार से जुडे हुए लोगो की माने तो जिले में हो रहे अवैध उत्खनन पर पहले पुलिस विभाग की संलिप्तता पायी जाती थी, लेकिन जब से नये पुलिस अधीक्षक असित यादव आये है, तब से पुलिस विभाग के द्वारा अवैध कारोबार में किसी प्रकार की संलिप्तता नहीं है। व्यापारियों के अनुसार वर्तमान समय में केवल खनिज विभाग की निगरानी में जिले भर में उत्खन्न का वैध और अवैध कारोेबार में हो रहा है। आलम यह है कि पर्यावरण सुरक्षा केा ताक पर रखकर और एनजीटी के नियमों को ताक पर रखकर भी मानसून के मौसम में भी जिले की अधिकंाश नदियों से रेत का उत्खनन होता रहा और खनिज विभाग पूरे समय सोते रहा।
कुछ ही क्रेशरों के पास टीपी:- जिला मुख्यालय के समीप बंसल स्टोन क्रेशर , अग्रवाल स्टोन क्रेशर और तिवारी स्टोन क्रेशर को खनिज विभाग से क्रेशर संचालन करने की अनुमति है। लेकिन इसके बावजूद दर्जन भर से अधिक स्टोन क्रेशर तो जिला मुख्यालय के पास अवैध रूप से संचालित हो रहे है। खनिज विभाग को इन सबकी जानकारी है, और कुछ स्टोन क्रेशरों पर जुर्माना लगाने की कार्रवाई भी की गयी थी। जिला कलेक्टर कार्यालय में कई स्टोन क्रेशरों पर जुर्माने और कार्रवाई के प्रकरण लंबित हैं। लेकिन खनिज विभाग इन सबसे अपनी कन्नी काटते हुए कुछ भी बताने से आना कानी कर रहे है।
खलेशर नाके पर हो रहा निर्माण:- जिला मुख्यालय के खलेशर नाके के पास हो रहे निर्माण कार्यों में धडल्ले से अवैध रेत का इस्तेमाल किया जा रहा है। यहां तक की कई निर्माण कार्यों के पास तो वर्तमान समय में ही 200 ट्राली से अधिक रेत का भंडारण है, जिनकी जानकारी भी खनिज विभाग को दी गयी है। लेकिन हमेशा की तरह खनिज विभाग नींद से नहीं जाग रहा है, और निर्माण कार्य में अवैध रेत का इस्तेमाल हो रहा है।
इनका कहना है:- खनिज विभाग के पास अमले की कमी है, इसके बावजूद अधिकांश स्थानों पर जानकारी मिलने पर कार्रवाई की जाती है। स्टोन क्रेशरों की अनुमति विभाग द्वारा पर्यावरण नियमों को ध्यान में रखने के बाद ही दी जाती है। अवैध स्टोन क्रेशरों की जानकारी लेते हुए उन पर जल्दी कार्रवाई की जाएगी।