HINDU ADOPTION AND MAINTENANCE ACT HAVE 21 AGE DIFFERENCE TO ADOPT CHILD.
Puzzle between relationship of Ram Rahim and Honey preet
Puzzle between relationship of Ram Rahim and Honey preet
डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिह का हनीप्रीत को गोद लेने का दावा गलत है। वह हनीप्रीत को कानूनन गोद ले ही नहीं सकता था।
कानून के जानकारों की मानें तो जिस बच्चे को गोद लिया जाता है, उसकी उम्र 15 वर्ष से अधिक नहीं होनी चाहिए और गोद लेने और गोद लिए जाने वाले की उम्र के बीच 21 साल का अंतर जरूरी है।
गुरमीत व हनीप्रीत की उम्र में 15 साल का ही अंतर है। कानूनविदों के मुताबिक उम्र में 21 साल छोटा होने की शर्त इसीलिए रखी गई है, ताकि रिश्ते की पवित्रता बनी रहे और अभिभावक द्वारा बच्चे के शारीरिक शोषण की गुंजाइश न रहे।
अब दस्तावेजों को देखें तो गुरमीत का जन्म वर्ष 1967 है, जबकि प्रियंका तनेजा उर्फ हनीप्रीत का 1982। दोनों की उम्र में महज 15 साल का अंतर है।
हनीप्रीत का नाम सुर्खियों में तब आया, जब उसकी शादी के बाद उसके पति ने गुरमीत और हनीप्रीत के बीच अवैध संबंधों का आरोप लगाया। हनीप्रीत की शादी 14 फरवरी 1999 को डेरे से जुड़े विश्वास गुप्ता के साथ हुई थी। बाद में दोनों के बीच अनबन हो गई।
आरोप-प्रत्यारोप के बीच केस भी दर्ज कराए गए। इसके बाद गुरमीत ने सार्वजनिक रूप से हनीप्रीत को गोद लिए जाने की बात कही। हालांकि तब गुरमीत ने 1990 में ही हनीप्रीत को गोद लेने का दावा किया था।
पति से संबंध तोड़ कर लौटने के बाद हनीप्रीत ही डेरे के सारे कार्यों को देख रही थी। एक्ट में है कई शर्तें वरिष्ठ अधिवक्ता संजय गोयल कानून की राय स्पष्ट करते हुए कहते हैं हनीप्रीत को गुरमीत गोद नहीं ले सकता।
हिदू एडॉप्शन एंड मेंटेनेंस एक्ट के सेक्शन 11 के भाग 3 व 4 में साफ लिखा है कि गोद लेने वाले से गोद लिया जाने वाला 21 साल छोटा होना चाहिए।
सेक्शन 10 में लिखा गया है कि 15 साल तक के बच्चे को ही गोद लिया जा सकता है। इससे बड़ी उम्र के बच्चे को गोद नहीं लिया जा सकता है।
अगर वहां बड़ी उम्र के बच्चों को गोद लेने की विशेष परंपरा नहीं है तो। हरियाणा में ऐसी कोई परंपरा नहीं है। इसलिए गुरमीत कानून हनीप्रीत को गोद नहीं ले सकता था।