TO STOP ILLEGAL MINING E TRANSIT PASS STARTED, EXCESS MINING WILL STOP.
MANDALA:खनिज विभाग 1 नवंबर से ई-टीपी (ई ट्रांजिट पास) व्यवस्था चालू कर रहा है। जिससे खनिज के अवैध परिवहन और गौण खनिज सहित मेजर मिनरल्स की चोरी पर रोक लगने की उम्मीद बढ़ गई है। इस व्यवस्था के लागू होने के बाद ऑनलाइन टीपी के जरिए ही खनिज की ढुलाई संभव होगी। इसके तहत पंजीकृत खदान संचालकों को एक यूजर आईडी और पासवर्ड मिलेगा। साथ इनकी मोबाइल पर मैसेज भी आएगा। जिन वाहन चालकों के पास ऑनलाइन टीपी नहीं होगी उनके द्वारा ढोया जा रहा खनिज अवैध माना जाएगा। ई-टीपी चलन में आने से राजस्व क्षति पर नियंत्रण होने के साथ रायल्टी की चोरी भी रुकेगी।
जबलपुर में एक माह पहले हो चुकी है शुरूआत
पायलेट प्रोजेक्ट के रूप में जबलपुर से इसकी शुरूआत 1 अक्टूबर से हो चुकी है। जबकि प्रदेश के अन्य जिलों में 1 नवम्बर से शुरूआत होने जा रही है। इसकी शुरूआत के बाद स्वीकृत खदानों का पोर्टल में ऑनलाइन पंजीयन होगा और सभी औपचारिकताएं पूर्ण की जाएंगी। जबलपुर में ई-टीपी के सकारात्मक परिणाम सामने आए हैं।
अग्रिम रायल्टी के साथ तय क्षमता की टीपी ही जारी होगी
इस व्यवस्था की खास बात यह है कि खदान संचालकों के खाते में रायल्टी की राशि अग्रिम जमा होगी। साथ ही परिवहन विभाग के नियमों के अनुसार वाहनों में भरे जाने वाले स्वीकृत क्षमता से अधिक भार की टीपी जारी नहीं होगी। इससे वाहनों में ओवरलोडिंग पर भी काफी हद तक रोक लग सकेगी।
अब तक ऐसा होता था
अब तक खदान संचालक द्वारा वाहनों में अधिक मात्रा में खनिज भर दिया जाता था। जिससे वाहन ओवरलोड होकर चलते थे। इसके लिए खनिज विभाग अधिक मात्रा की टीपी की जारी कर देता था, लेकिन ऐसा अब नहीं होगा।
परिवहन के घंटे भी तय होंगे
ई-टीपी पर दिन, तारीख, समय सब कुछ अंकित रहेगा और इसमें कोई भी हेर-फेर की संभावना नहीं रहेगी। अनुमानित घंटों में खदान से संबंधित जगह खनिज पहुंचाना होगा। अगर वाहन खराब हो जाता है तो हेल्पलाइन नंबर पर वाहन चालक को खबर करनी पड़ेगी ताकि वह खनिज अवैध की श्रेणी में न आ पाए।
इतना खनिज भर सकेंगे
खनिज के अवैध परिवहन पर रोक लगाना संभव होगा या नहीं यह तो समय ही बताएगा लेकिन विभाग द्वारा तय किया गया है कि वाहनों पर स्टीकर लगाए जाएंगे। साथ ही हाईवा में 14 क्यूबिक मीटर, 10 चका ट्रक में 14 क्यूबिक मीटर, 709 में 3 क्यूबिक मीटर, ट्रैक्टर में 3 क्यूबिक मीटर से अधिक खनिज नहीं भरा जाएगा।
दिया जाएगा प्रशिक्षण
ई-टीपी ऑनलाइन कैसे निकाली जाए, इसका प्रिंट कैसे लिया जाए इसके लिए ठेकेदारों तथा पट्टेदारों को प्रशिक्षण दिया जाएगा। इस प्रशिक्षण की शुरूआत जिले में 21 अक्टूबर से होगी।