Umaria Police is making fool to citizens and never take any complaint serously. As Umaria is tribal majority district so the awarness towards law is very less. By taking this advantage Umaria SP CS Solanki and his team keep the investigation open in spite of concrete evidence available.
A media reporter registered complaint to SP umaria email ID that RC school is built in goaf region and copy of collector order was enclosed in April 2016. But till date CS Solanki never informed complainant about the progress. He also not registered FIR against School under section 188, 406 120B against that RC school management. Mr Chandra Shekhar Solanki also not pick up phone and talk to complainant by seeing miscall, every officer should call the citizen because any distress citizen call police for help . As per police manual the complainant should be informed about investigation within 3 weeks.But this action is absent in Umaria.CS Solanki also bypassed the complaint of fake MPEB employee and allowed to work in MP Electric Board office even after 8 months of retirement. This fake Divisional accountant is making fake bills and cheating MPEB with the help of top officials and Police.
Many citizens says that police is bribed to overlook the irregularities. The School may have bribed to save bread and butter of Donation business. The Umaria Police Grievance cell is active on display board only. As per CRPC 39 every citizens should inform irregularities in India to police and magistrate but none of them take cognizance as per law.
किसान की जमीन केा
दूसरा जोत रहा है
जनसुनवायी में हुई षिकायत
नहीं हो रही कोई कार्रवाई
फोटो:- जनसुनावायी में हुई षिकायतों को दिखाता हुआ रमेष यादव
उमरिया:- भू माफियाओं और दबंगों के द्वारा गरीब की जमीन को जोता जा रहा है, इस बात कि षिकायत जनसुनवायी में जिला कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक SP Umaria CS Solanki से करने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। इससे परेषान हो कर किसान को कोई राह नजर नहीं आ रही है। जबकि किसान के द्वारा इस जमीन पर बैंक के द्वारा किसान क्रेडिट पर लोन लिया गया है, उसके समझ में नहीं आ रहा है, इस ऋण को वह कैसे चुकायेगा।
जिला मुख्यालय के समीप है गांव:- जिला मुख्यालय से मात्र 7 किलोमीटर की दूर पर स्थित ग्राम पंचायत गिंजरी के किसान की ये हालत है। गिंजरी के किसान संतोष यादव 40 सालों से जिस भूमि पर काष्तकारी कर रहा था, अब दबंग महेन्द्र यादव के द्वारा जोता जा रहा है। संतोष यादव के पुत्र रमेष यादव ने बताया कि गिंजरी के खसरा नं 266/2 रकवा 0; 809 हैक्टर पर मालिकाना हक पिछले चार दषकों से हमारे परिवार का है, लेकिन अब उसे कूट रचना के द्वारा 266/4 बताते हुए दबंग के द्वारा जोता जा रहा है।
भूमि खरीदी बिक्री करता है आरोपी:- किसान के पुत्र रमेष यादव ने बताया कि कुछ सालों पहले महेन्द्र यादव भी गरीब था। अब वह भूमि खरीदी बिक्री का काम करने का कारण प्रभावषाली व्यक्ति बन गया है। इसी व्यक्ति ने पटवारी के साथ कूटरचना करते हुए हमारी भूमि को उसकी बताया जा रहा है। जबकि हमारी भूमि के नक्षा तरमीम में इस बात की तस्दीक हो जाती है कि इस कार्य में सीधे-सीधे जालसाजी की गयी है। इसके बात भी कोई कार्रवाही नहीं होने के कारण महेन्द्र यादव की दबंगई बढती जा रही है।
भूमि पर लिया गया है ऋण:- संतोष यादव के द्वारा इसी भूमि पर किसान क्रेडिट पर 52 हजार का ऋण लिया गया है। यदि उक्त भूमि उसकी नहीं होती तो किसान को कैसे ऋण मिलता। अब यदि इस भूमि पर दूसरे के द्वारा जोता बोया जायेगा, तो किसान इस ऋण को कैसे चुकायेगा। Santosh Yadav के द्वारा जनसुनवायी में 12 जुलाई को जिला कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक और उमरिया थाने में इस बात की षिकायत की है, इसके बाद भी अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हो रही है।