लाखों करोड़ों का कर्जा – फिर भी देश के अरबपतियों की लिस्ट में है शामिल Ambani-Adani Top Loan Taker but Still Respected As Richest
MILLIONS OF LOAN TO AMBANI
,ADANI BUT STILL TREATED AS
RICH...
जब एक आम आदमी कर्ज चुकाने में सफ़ल नहीं हो पाता तो बैंक उससे पैसा निकलवाने के लिए कई तरह के हतकंडे अपनाते हैं, लेकिन देश में कई अमीर लोगों के मामले में बैंकों ने उन्हें एक नहीं कई बार लोन दिया है, जिसके कारण इन पर कर्ज की रकम इतनी ज़्यादा हो गई है कि अगर वह बैंकों को वापस मिल जाए तो भारत को उतना ही फायदा होगा, जितना काले धन के वापस आने से होगा.सबसे ज्यादा 1.13 लाख करोड़ का है कर्ज अनिल अंबानी पर
अनिल अंबानी की अगुआई वाले समूह एडीएजी ग्रुप पर सबसे ज़्यादा कर्जदार है. इस पर करीब 1.13 लाख करोड़ रुपए का कजऱ् है. इसके लिए अनिल अंबानी पूरे ग्रुप की रीस्ट्रक्चरिंग पर फोकस कर रहे हैं. अनिल अंबानी की कंपनी डिफेंस, फाइनेंस, टेलिकॉम, ऊर्जा और मनोरंजन के क्षेत्र में काम करती है. आपको बता दें कि मार्च 2015 की बैलेंसशीट में अनिल अंबानी की कंपनी ने 1.25 लाख करोड़ रुपए का घाटा दिखाया था.
90 हजार करोड़ का कर्ज है वेदांता ग्रुप पर Vedanta Group
अनिल अग्रवाल की अगुआई वाले वेदांता ग्रुप पर 90,000 करोड़ रुपए से ज़्यादा कर्जदार है. यह भारत की दूसरी सबसे ज़्यादा कर्जदार वाली कंपनी है. अगले वित्त वर्ष से कंपनी को 100 करोड़ डॉलर (करीब 6,694 करोड़ रुपए) के लोन का रीपेमेंट करना है, जबकि इसके बाद अगले 2 साल में कंपनी को हर साल 150 करोड़ डॉलर (10,000 करोड़ रुपए) लोन की रीपेमेंट करनी है.
85 हजार करोड़ कर्जदार है जेपी ग्रुप JP Group Jai prakash
जेपी ग्रुप इन्फ्रास्ट्रक्चर, रियल एस्टेट, पावर और सीमेंट कारोबार में शामिल है. जेपी गौड़ के जेपी ग्रुप पर 31 मार्च 2015 तक कुल कर्जदार 85,726 करोड़ रुपए था, जबकि कंपनी का कुल एसेट करीब 1 लाख करोड़ रुपए है. जेपी ग्रुप अपना कर्जदार घटाने के लिए एसेट बेच रहा है, जिसके तहत कंपनी ने पिछले दिनों दिल्ली-आगरा एक्सप्रेसवे के बेचने की भी बात कही थी. 2006 से 2012 के बीच कंपनी ने 60,000 करोड़ रुपए रियल एस्टेट में निवेश किए थे, लेकिन रियल एस्टेट की हालत खराब होने के बाद कंपनी की मुश्किलें भी बढ़ती चली गईं.
72 हजार करोड़ का अडानी ग्रुप भी है कर्जदार Adani Group
अडानी ग्रुप के मालिक गौतम अडानी हैं. कंपनी पर कुल 72,632 करोड़ रुपए से ज़्यादा का कर्जदार है. ऑस्ट्रेलिया में अडानी ग्रुप को माइन के लिए एसबीआई के 100 करोड़ डॉलर के लोन पर एनालिस्ट ने सवाल खड़े किए थे. कंपनी पहले ही भारी कर्ज तले दबी है. ऐसे में इस कंपनी को और लोन देना कितना उचित है? कंपनी पर शॉर्ट टर्म कर्ज 17,267 करोड़ और लॉन्ग टर्म कर्ज 38,097 करोड़ और लॉन्ग टर्म कर्ज करीब 55,364 करोड़ रुपए है.
सज्जन जिंदल की कंपनी पर भी 58 हजार करोड़ का कर्ज Sajjan Jindal
सज्जन जिंदल की कंपनी जे.एस.डब्ल्यू.ग्रुप पर कुल 58 हज़ार करोड़ रुपए से ज़्यादा का कर्ज है. सज्जन हाल ही में पाक प्रधानमंत्री नवाज शरीफ और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच मुलाक़ात कराने के कारण सुर्खियों में रहे हैं. जे.एस.डब्ल्यू. स्टील सेक्टर की बड़ी कंपनी है, लेकिन विदेश से आयात होने वाले सस्ते स्टील के कारण उसे घाटे का सामना करना पड़ रहा है.
इधर भी गौर करें Vijay Mallya L
किंगफिशर कंपनी के मालिक विजय माल्या ने अब तक बैंकों का लगभग 8 हजार करोड़ रुपए का कर्ज नहीं चुकाया है, जिसके कारण वो समाचपत्रों से लेकर न्यूज़ चैनल्स की बहसों का हिस्सा बने हैं. एक तरफ़ देश में किसान कर्ज के बोझ तले इतना दब जाता है कि उसे इसकी कीमत अपनी जान देकर चुकानी पड़ती है. वहीं दूसरी देश में ऐसी कई कंपनियां मौजूद हैं जिन पर माल्या से कई गुना ज़्यादा कर्ज है.
हाल ही में विदेशी ब्रोकरेज हाउस क्रेडिट सुइस ने सबसे ज़्यादा कजऱ् वाले कॉर्पोरेट हाउस की एक लिस्ट जारी की है, जिसमें कई बड़ी कंपनियों के नाम शामिल है. अंग्रेज़ी समाचार पत्र “हिन्दू” की एक रिपोर्ट के अनुसार महाराष्ट्र में 2001 से लेकर 2015 तक 20,504 किसानों ने आत्महत्या की है, वहीं 26 फरवरी 2016 के इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट में लिखा है कि महाराष्ट्र के मराठवाड़ा में 2015 में 1100 किसानों ने आत्महत्या की और इस साल जनवरी-फरवरी में 139 किसानों ने आत्महत्या की है.