कराची में पहले से खोदी जा रहीं हैं कब्रें पाकिस्तान में बढ़ती गर्मी का डर. More Graveyards and hospitals At Karachi Pakistan This Year.
Karachi-कराची. पाकिस्तान के कराची में इन दिनों सामूहिक कब्रें खोदी जा रही हैं। भीषण गर्मी से होने वाली मौतों के बाद शवों को दफनाने के लिए ऐसा किया जा रहा है। हालांकि, अभी गर्मी और लू से कम ही लोग मारे गए हैं, लेकिन यहां कब्रों की तैयारी एडवांस में की जा रही है। बता दें कि पिछले साल गर्मी में पाकिस्तान 1,300 लोग मारे गए थे। फिलहाल पंजाब प्राविन्स में लू से अब तक 20 लोग मारे जा चुके हैं। क्रब खोदने वाला खुद हो गया था लू का शिकार...
- पाकिस्तान की न्यूज साइट 'द डॉन' के मुताबिक, इस काम को अंजाम देने वालों में कराची के शाहिद बलोच भी शामिल हैं। गर्मी ज्यादा बढ़े, इससे पहले वो अपने तीन भाइयों के साथ मिलकर ज्यादा से ज्यादा कब्रें खोद लेना चाहते हैं।
- 28 साल के शाहिद इन दिनों ईदी फाउंडेशन के कब्रिस्तान में यह काम कर रहे हैं।
- पिछले साल वे भी लू का शिकार हो गए थे। तब उन्हें एक दूसरे शख्स की मदद से 300 शवों के लिए कब्र खोदी थी। उनके मुताबिक, इस बार वे पहले से ज्यादा तैयार हैं।
- 28 साल के शाहिद इन दिनों ईदी फाउंडेशन के कब्रिस्तान में यह काम कर रहे हैं।
- पिछले साल वे भी लू का शिकार हो गए थे। तब उन्हें एक दूसरे शख्स की मदद से 300 शवों के लिए कब्र खोदी थी। उनके मुताबिक, इस बार वे पहले से ज्यादा तैयार हैं।
पिछले साल कम पड़ गई थी दफनाने की जगह
- 2 करोड़ की आबादी वाले कराची शहर में पिछली गर्मियों में सैकड़ों डेड बॉडी इकट्ठा हो गई थीं। तब इन्हें दफनाने की जगह कम पड़ गई थी।
- 2015 की गर्मियों में मारे जाने वाले लोगों में ड्रग एडिक्ट्स, मजदूरों और बुजुर्गों की संख्या ज्यादा थी।
- 2015 में यहां 44 डिग्री सेल्सियस से ज्यादा टेम्परेचर हो गया था। यह 1981 के बाद सबसे ज्यादा था। आमतौर पर यहां 37 डिग्री सेल्सियस तक टेम्परेचर रहता है।
इस साल नहीं पड़ेगी इतनी ज्यादा गर्मी
- हालांकि, मौसम विभाग के मुताबिक इस साल टेम्परेचर इतना ज्यादा नहीं पहुंचेगा। लेकिन, प्रशासन इसके लिए पहले से ही तैयारी कर रहा है।
- कराची कमिश्नर आसिफ हैदर शाह ने बताया कि शहर के 60 हॉस्पिटलों में लू के मरीजों के लिए 1850 एक्स्ट्रा बेड लगाए गए हैं।
- पिछले साल लू में मारे गए सैकड़ों लोगों के शवों को दफनाने के लिए जगह की कमी पड़ गई थी।
- ईदी फाउंडेशन को करीब 650 शवों को कुछ दिन तक खुले में रखना पड़ा था।
- वहीं दूसरी ओर, कब्र खोदने वाले मजदूरों ने बेइंतहा गर्मी की वजह से काम करने से मना कर दिया था।
- कब्र खोदने वालों ने आम दिनों के मुकाबले इसके लिए पांच गुना ज्यादा चार्ज भी लिया था।
- ईदी फाउंडेशन को करीब 650 शवों को कुछ दिन तक खुले में रखना पड़ा था।
- वहीं दूसरी ओर, कब्र खोदने वाले मजदूरों ने बेइंतहा गर्मी की वजह से काम करने से मना कर दिया था।
- कब्र खोदने वालों ने आम दिनों के मुकाबले इसके लिए पांच गुना ज्यादा चार्ज भी लिया था।