चित्तौडगढ़। वन विभाग में वन रक्षक भर्ती परीक्षा के दौरान बड़ी लापरवाही देखने को मिली। दरअसल, चित्तौडगढ़ में महिला अभ्यर्थियों का शारीरिक परीक्षण पुरुष सिपाही कर रहे थे। तस्वीरें मीडिया में आने के बाद खूब हंगामा मचा और उक्त सिपाही को सस्पेंड करने का आदेश दिया गया। मीडिया में वीडियो आने के बाद वन मंत्री राजकुमार रिणवा ने महिला का फिजिकल टेस्ट लेने वाला वन कर्मी करणपाल को निलंबित करने का आदेश दिया।
डॉक्टर के कहने पर गार्ड ने लिया टेस्ट
मंत्री ने सफाई दी कि डॉक्टर के कहने पर गार्ड ने फिजिकल टेस्ट लिया। बता दें कि 57 पदों के लिए 10 जनवरी को हुई लिखित परीक्षा में पास हुए 1512 अभ्यर्थियों का 16 फरवरी से 1 मार्च तक शारीरिक परीक्षण शुरू हुआ। इसके तहत पहले दिन 250 अभ्यर्थियों को शारीरिक परीक्षण किया गया जिसमें 18 महिला अभ्यर्थी भी शामिल थीं। सभी अभ्यर्थियों के शारीरिक मापदण्ड के दौरान उनकी उंचाई और सीने की चौड़ाई का परीक्षण वनकर्मी कर रहे थे, इनमें महिला अभ्यर्थी भी शामिल थीं।
उस वक्त विभाग द्वारा महिलाओं के लिए महिला चिकित्सक को भी बुलाया गया था जिसके साथ महिला वन कर्मियों की मौजूदगी के बावजूद पुरूषकर्मी ने महिला अभ्यर्थियों का परीक्षण किया। इस दौरान विभाग के अधिकारी सहित कई कार्मिक मौजूद थे।
कैमरे में तस्वीर देख विभागीय अधिकारियों ने मानी गलती
उप वन सहायक एस खां और मौजूद विभागीय अधिकारियों, कार्मिकों को इस बारे में बताया गया तो उन्होंने ऐसा होने से साफ इंकार कर दिया। लेकिन जब कैमरे में कैद तस्वीरों को उन्हें दिखाया गया तो उन्होंने गलती को कबूल कर लिया। उन्होंने कहा कि महिलाओं का शारीरिक मापदण्ड महिला कर्मियों को करना था, लेकिन पुरूष कर्मी का करना विभाग की लापरवाही है।
Male staff conducted physical test of female candidate during recruitment of forest guard in forest department at chittorgarh Rajasthan