बांग्लादेश में पैदा हुई दो सिर वाली बच्ची, बाकी सारे अंग एक
इसे चमत्कार कहें या भाग्य कि बांग्लादेश में दो सिर वाली बच्ची का ऑपरेशन के जरिए जन्म हुआ है। ये जुड़वा बहनें हैं जिनका एक शरीर, दो हाथ दो पैर लेकिन दो सिर हैं।
डेलीमेल के मुताबिक ब्राह्मणबारिया जिले में जन्मी इस बच्चियों का अब ढाका के एक अस्पताल में इलाज चल रहा है क्योंकि इसे सांस लेने में तकलीफ हो रही है।
बच्ची के पिता मिया जमाल का कहना था कि वह तो भौंचक्के ही रह गए थे जब उन्होंने बच्ची को देखा। उन्होंने बताया ''उसके दो पूरी तरह विकसित सिर हैं। वो दो मुंह से खाती है, दो नाक से सांस लेती है। लेकिन फिर भी मैं अल्लाह का शुक्रगुजार हूं कि वह और मां दोनों स्व्स्थ हैं।''
जिस अस्पताल में बच्ची का जन्म हुआ वहां के डॉक्टर ने बताया कि टेस्ट के मुताबिक बच्ची का सिर छोड़ कर बाकी सारे अंग एक एक ही हैं जैसे कि साधारण बच्चे के होते हैं। हो सकता है यह डायसीफैलिक पैरापैगस की स्थिति हो जिसमें जुड़वा बच्चों का एक ही शरीर और अंग होते हैं लेकिन सिर दो होते हैं।
डेलीमेल के मुताबिक ब्राह्मणबारिया जिले में जन्मी इस बच्चियों का अब ढाका के एक अस्पताल में इलाज चल रहा है क्योंकि इसे सांस लेने में तकलीफ हो रही है।
बच्ची के पिता मिया जमाल का कहना था कि वह तो भौंचक्के ही रह गए थे जब उन्होंने बच्ची को देखा। उन्होंने बताया ''उसके दो पूरी तरह विकसित सिर हैं। वो दो मुंह से खाती है, दो नाक से सांस लेती है। लेकिन फिर भी मैं अल्लाह का शुक्रगुजार हूं कि वह और मां दोनों स्व्स्थ हैं।''
जिस अस्पताल में बच्ची का जन्म हुआ वहां के डॉक्टर ने बताया कि टेस्ट के मुताबिक बच्ची का सिर छोड़ कर बाकी सारे अंग एक एक ही हैं जैसे कि साधारण बच्चे के होते हैं। हो सकता है यह डायसीफैलिक पैरापैगस की स्थिति हो जिसमें जुड़वा बच्चों का एक ही शरीर और अंग होते हैं लेकिन सिर दो होते हैं।
जर्नल ऑफ फैमिली एंड रिप्रोडक्टिव हेल्थ के मुताबिक यह एक दुर्लभ स्थिति है जो अमूमन 50,000 में से एक बच्चे को होती है। हालांकि इनमें से 60% मामलों में बच्चे या तो मरे हुए पैदा होते हैं या पैदा होने के बाद मर जाते हैं।
इस 'चमत्कारी बच्ची' के पैदा होने की खबर सुनते ही अस्पताल में हजारों लोगों की भी़ड़ जमा हो गई थी।
बच्ची का पिता एक गरीब लेबर हैं और उन्हें बहुत चिंता थी कि अगर बच्ची के इलाज के लिए भारी रकम की जरूरत हुई तो वो कहां से लाएंगे।
उनका कहना था, ''मुझे उसके लिए अफसोस है कि वह एक गरीब आदमी के यहां जन्मी है। मेरे पास तो उसकी मां को ही ढंग से रख पाने के पैसे नहीं है।''
चूंकि बच्ची के सारे अंग एक ही हैं इसलिए उनके सिरों को अलग करना भी नामुमकिन बताया जा रहा है। ऐसे हालात तब बनते हैं जब फर्टिलाइज हुआ अंडा पूरी तरह विकसित नहीं हो पाता।
पिछले साल भी भारत में दो सिर वाला बच्चा पैदा हुआ था। मां के पास इतने पैसे भी नहीं थे कि वह अल्ट्रासाउंड करा पाती। बच्चे की 20 दिन के अंदर ही मौत हो गई थी। 2008 में भी बांग्लादेश में किरण नाम का ऐसा बच्चा पैदा हुआ था लेकिन उसे भी बचाया नहीं जा पाया था।
इस 'चमत्कारी बच्ची' के पैदा होने की खबर सुनते ही अस्पताल में हजारों लोगों की भी़ड़ जमा हो गई थी।
बच्ची का पिता एक गरीब लेबर हैं और उन्हें बहुत चिंता थी कि अगर बच्ची के इलाज के लिए भारी रकम की जरूरत हुई तो वो कहां से लाएंगे।
उनका कहना था, ''मुझे उसके लिए अफसोस है कि वह एक गरीब आदमी के यहां जन्मी है। मेरे पास तो उसकी मां को ही ढंग से रख पाने के पैसे नहीं है।''
चूंकि बच्ची के सारे अंग एक ही हैं इसलिए उनके सिरों को अलग करना भी नामुमकिन बताया जा रहा है। ऐसे हालात तब बनते हैं जब फर्टिलाइज हुआ अंडा पूरी तरह विकसित नहीं हो पाता।
पिछले साल भी भारत में दो सिर वाला बच्चा पैदा हुआ था। मां के पास इतने पैसे भी नहीं थे कि वह अल्ट्रासाउंड करा पाती। बच्चे की 20 दिन के अंदर ही मौत हो गई थी। 2008 में भी बांग्लादेश में किरण नाम का ऐसा बच्चा पैदा हुआ था लेकिन उसे भी बचाया नहीं जा पाया था।