10 जनवरी को दोपहर 12:05 बजे हुआ राम का जन्म
भगवान श्रीराम का जन्मदिन 'रामनवमी' पर मनाने के लिए अब आपको सिर्फ हिंदू पंचाग के ही भरोसे रहने की जरूरत नहीं। एक साइंटिफिक रिसर्च में श्रीराम के जन्म के दिन और समय का पता लगाने का दावा किया गया है।
वैज्ञानिक अनुसंधान संस्थान की इस रिसर्च के दावों पर अगर यकीन करें तो अयोध्या के राजा श्रीराम का जन्म 5114 ईसा पूर्व 10 जनवरी को दोपहर 12 बजकर 5 मिनट पर हुआ था।
इकॉनोमिक्स टाइम्स की खबर के मुताबिक रिसर्च में सिर्फ राम के जन्म का ही समय नहीं बताया गया है बल्कि महाभारत के युद्ध का वक्त और अशोक वाटिका में सीता से हनुमान के मिलने के समय का भी उल्लेख किया गया है।
और भी कई बड़े-बड़े खुलासे हुए
और भी कई बड़े-बड़े खुलासे हुए
बड़े-बड़े इतिहासकारों के लिए अभी तक महाभारत और रामायण की घटनाओं के बिल्कुल सही समय का पता लगाना असंभव रहा है, लेकिन इस इंस्टीट्यूट ने तारीखों के साथ समय का खुलासा किया है।
इंस्टीट्यूट ने नई दिल्ली की ललित कला एकेडमी में चल रही 'यूनीक एग्जीबिशन ऑन कल्चरल कन्टीन्यूटी फ्रॉम ऋग्वेद टू रोबोटिक्स' में दावा किया कि महाभारत का युद्ध 3139 ईसा पूर्व 13 अक्टूबर को शुरू हुआ था।
वहीं, रिसर्च में बताया गया है कि 5076 ईसा पूर्व 12 सितंबर को अशोक वाटिका में माता सीता से हनुमान की मुलाकात हुई थी। इस प्रदर्शनी में मौजूद केंद्रीय मंत्री महेश शर्मा ने कहा कि उनका मंत्रालय इस रिसर्च के दावों और रिर्पोट पर गंभीरता से विचार करेगा।
अमेरिका के सॉफ्टवेयर से पता चली तारीख
इंस्टीट्यूट की निदेशक सरोज बाला ने बताया कि इन तारीखों की खोज के लिए काफी रिसर्च की गई, जिसमें अमेरिका से करीब 7 हजार रुपए में खरीदे गए एक सॉफ्टवेयर ने सबसे बड़ी भूमिका निभाई।
उन्होंने बताया कि ऋग्वेद, रामायण और महाभारत से ली गई ग्रहों की जानकारी से उन घटनाओं के बिल्कुल सही समय का पता लगाने में मदद मिली। इस रिसर्च की रिपोर्ट केंद्रीय संस्कृति मंत्रालय को सौंप दी गई है।
केंद्रीय मंत्री महेश शर्मा ने बताया कि प्रदर्शनी में महाभारत और रामायण के अस्तित्व के बारे में कई तरह के सवाल उठे। इंस्टीट्यूट से इस अहम मुद्दे पर जो भी रिपोर्ट और जानकारी मिली है उसपर संज्ञान लिया जाएगा।