कर्मचारी ने अनुचित व्यवहार का आरोप लगाते हुए कहा कि जज ने उन्हें आपत्तिजनक तरीके से घूरा। शुरुआती जांच के दौरान अन्य कर्मचारियों ने भी इस तरह के आरोप लगाए। बॉम्बे हाई कोर्ट की रजिस्ट्रार जनरल शालिनी जोशी ने मंगलवार को जज के निलंबन की पुष्टि की। उन्होंने कहा, 'शुरुआती जांच में ठोस आधार मिलने पर ही जज को सस्पेंड किया गया है।'
जज के खिलाफ करीब तीन हफ्ते पहले शिकायत दर्ज कराई गई थी। पोक्सो के तहत मामलों की सुनवाई करने वाले स्पेशल जज एसडी तूलांकर ने इस शिकायत की शुरुआती जांच की।
हाई कोर्ट की सबसे सीनियर प्रसानिक अधिकारी जोशी ने कहा कि गायकवाड़ के खिलाफ विभागीय जांच की जाएगी। उन्होंने कहा, 'सेशन कोर्ट या हाई कोर्ट के कोई सीनियर जज मामले की जांच करेंगे। इसका फैसला बाम्बे हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस करेंगे।'
हाई कोर्ट की सबसे सीनियर प्रसानिक अधिकारी जोशी ने कहा कि गायकवाड़ के खिलाफ विभागीय जांच की जाएगी। उन्होंने कहा, 'सेशन कोर्ट या हाई कोर्ट के कोई सीनियर जज मामले की जांच करेंगे। इसका फैसला बाम्बे हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस करेंगे।'
A judge of the city sessions and civil court has been suspended following charges of sexual harassment at workplace against him. The judge in the dock, M T Gaikwad, has been accused of inappropriate behaviour.
A departmental inquiry has been initiated against him following a preliminary inquiry. Registrar-General of the Bombay High Court, Shalini Phansalkar-Joshi, confirmed the reports to the media.
She said a preliminary inquiry was conducted by judge S D Tulankar, and the judge was suspended after substance was found in the complaint.
Sources said a court staffer had complained about the judge, when he presided over a special Narcotics Drugs and Psychotropic Substances (NDPS) Ac court. Some other women staffers too made allegations of inappropriate behaviour against him during the preliminary inquiry.
The departmental inquiry against him will be presided over by a senior judge or a judge as decided by the Chief Justice of the Bombay High Court.
Keywords: Mumbai judge, sexual harassment case